आचार्य चाणक्य को कौटिल्य या विष्णुगुप्त मौर्य नाम से भी जाने जाते हैं। आचार्य चाणक्य कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महाविद्वान थे , इन्ही की सहायता की वजय से चंद्र गुप्त मौर्य राजा बने और इन्होने अपने ज्ञान का उपयोग जनकल्याण तथा अखंड भारत के निर्माण जैसे सृजनात्मक कार्यो में किया इसी लिए लोग इन्हे कौटिल्य कहते है ।
आचार्य चाणक्य की प्रेरणादायक बातें
1.आचार्य चाणक्य कहते है की यदि किसी लछ्य को पूरा करना है तो उस लछ्य के बारे मे किसी को पता नहीं होना चाहिए तभी जाकर वो लछ्य पूर्ण होगा और
आच्छा परिणाम मिले गा ल मन लीजिये यदि आपके लछ्य के बारे मे किसी को पता हो तो वो आपके कार्य मे बाधा बन सकता है जिससे आपके लछ्य मे बहुत रुकावट आयेगी और आप का लछ्य पूरा नहीं हो गा
2.आचार्य चाणक्य कहते है की जो मनुस्य अपना धन लेने मे अर्थात किसी को दिया हुआ धन तथा अपनी कमाई हुई धन वापस लेने मे , भोजन करने मे और ज्ञान लेने मे शर्माता हो वह मनुस्य कभी खुश नहीं रह सकता