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आचार्य चाणक्य की प्रेरणादायक बातें

नमस्कार दोस्तों  आचार्य चाणक्य को कौटिल्य या विष्णुगुप्त मौर्य नाम से भी जाने जाते हैं। आचार्य चाणक्य कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महावि...

Wednesday, 16 June 2021

आचार्य चाणक्य की प्रेरणादायक बातें

नमस्कार दोस्तों 
आचार्य चाणक्य को कौटिल्य या विष्णुगुप्त मौर्य नाम से भी जाने जाते हैं। आचार्य चाणक्य कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महाविद्वान थे , इन्ही की सहायता की वजय से चंद्र गुप्त मौर्य राजा बने और इन्होने अपने ज्ञान का उपयोग जनकल्याण तथा अखंड भारत के निर्माण जैसे सृजनात्मक कार्यो में किया इसी लिए लोग इन्हे कौटिल्य कहते है ।
आचार्य चाणक्य की प्रेरणादायक बातें

1.आचार्य चाणक्य कहते है की यदि किसी लछ्य को पूरा करना है तो उस लछ्य के बारे मे किसी को पता नहीं होना चाहिए तभी जाकर वो लछ्य पूर्ण होगा और
 आच्छा परिणाम मिले गा ल मन लीजिये यदि आपके लछ्य के बारे मे किसी को पता हो तो वो आपके कार्य मे बाधा बन सकता है जिससे आपके लछ्य मे बहुत रुकावट आयेगी और आप का लछ्य पूरा नहीं हो गा 

2.आचार्य चाणक्य कहते है की जो मनुस्य अपना धन लेने मे अर्थात किसी को दिया हुआ धन  तथा अपनी कमाई हुई धन वापस लेने मे  , भोजन करने मे और ज्ञान लेने मे शर्माता हो वह मनुस्य कभी खुश नहीं रह सकता 

Thursday, 10 June 2021

वैक्सीन मे दो डोज़ क्यों

नमस्कार दोस्तों
 वैक्सीनअंदर जाकर आपके शरीर में ऐसे एंटीवायरस बन जाते हैं तो कि आपको उस बीमारी से लड़ने में मदद करते हैं। इसी को हम लोग वैक्सीन कहते हैं।
 
आज बात करते हैं की कोविशील्ड हो या कोवैक्सीन दोनो मे दो डोज़ क्यों चलिए जानते है क्या कारण है इसके पीछे पहले बात करते है कोविशील्ड की  
कोविशील्ड :- कोविशील्ड मे करोना वायरस के M-RNAको 
शरीर के अंदर डाला जाता है M-RNA शरीर के अंदर पहुंच कर अपना ( बाहरी आवरण ) कोशिका बनता है जोकि बिलकुल करोना वायरस की तरह ही होता है लेकिन बिकुल निष्क्रिय होता है यह अपनी और कपीस बनता है फिर शरीर
एंटीबाडीज बना लेती है पहले डोज़ मे यह किर्या 70 % होती है और दूसरे डोज़ मे 90 % परभवसाली होता है

कोवैक्सीन :- जबकि में करोना वाइरस को निष्क्रिय कर कर उसको मारकर बनाया जाता है इस वैक्सीन को भी लेने पैर वैसे ही काम करती है बैज्ञानिको के अनुसार इसकी प्रभाव साली दोनों डोज़ के बाद 80-85 % हैं 
इसीलिए दोनों डोज़ लगाना जरुरी है दूसरी डोज़ इम्यून बूस्टर का काम करती है 

Tuesday, 8 June 2021

संदीप माहेश्वरी की कुछ मोटिवेटेड और इंस्पायर लाइन्सस जिनको जरूर पढ़ना चाहिये l

नमस्कार दोस्तों ,
संदीप माहेश्वरी एक ऐसा नाम जिसको लोग इंडियस NO  1 यंगेस्ट मोटिवेटेड स्पीकर के नाम से दुनिया जानती है l
संदीप माहेश्वरी जी इमेज बाजार के सीईओ & फाउंडर है l यह  एक यंगेस्ट मोटिवेटेड स्पीकर और इन्टरपेनियर  है

आइये जानते है इनकी कुछ महत्पूर्ण लाइन्स जो लोगो को बहुत इंस्पायर करती है l


1.अच्छा बोलो, अच्छा सुनो, अच्छा देखो l संदीप माहेश्वरी जी बोलते हैं कि मै महात्मा गांधी के बुरा मत बोलो , बुरा मत सुनो और बुरा मत देखो वाली बात से सहमत नहीं हू , इसकी जगह अच्छा बोलो, अच्छा सुनो, अच्छा देखो l ये बोला जाना चाहिए क्यों की हमारे दिमाग मै मत की कोई इमेज नहीं है और हमारा दिमाग इमेज मै ही सोचता है l
2.आप अपने मन को नियंत्रण में कर ले नहीं तो आपका मन आपको अपने नियंत्रण में कर लेगा।
3. सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग।
4. सफलता मिलती है अनुभवों से और अनुभव मिलते हैं खराब अनुभवों से।
5. जो लोग अपना मन बदल सकते हैं, वे जीवन में कुछ भी बदल नहीं सकते हैं।
6.सफलता हमेशा हमें अकेले में गले लगती है लेकिन असफलता सबके सामने थप्पड़ मारती है यही जिंदगी है।
7.यादी  आपने अपनी आदतों को बदल दिया है तो आपका जीवन बदल जाएगा, नहीं तो वेसा ही रहेगा   जैसा पहले था ।
8.आपको शक्तिशाली होना चाहिए, इसलिए नहीं क्योंकि आप दूसरों को दबा सके  , इसलिए शक्तिशाली होना चाहिए ताकि कोई और आपको ना दबा सके  ।
9.जिंदगी में पैसा उतना ही जरुरी है जितना एक गाड़ी  में पेट्रोल या डीजल, न कम न ज्यादा।
10.जैसे आप अपने बारे मे सोचोगे वैसा ही बन जाओ गए , और दुनिया आप को वैसे ही देखे गी I
11.जो दिखेगा वही बिकेगा l

Sunday, 6 June 2021

एक वैक्सीन की सीसी मे कितनी डोज और क्या हो सवधानिया



कोवैक्सीन की एक वैक्सीन की सीसी मे 20 डोज कोविशील्ड एक वैक्सीन की सीसी मे 10 डोज कोविशील्ड होते है जिनको ४ घंटे के अंदर ख़तम करना होता है , नहीं तो ये निष्क्रिय हो जाता है l
वैक्सीन सुबह के समय लगवाना आछा माना गया है और वैक्सीन खली पेट नहीं लगवाना चाहिए इससे साइड इफेक्ट्स होने की सम्भवना होती है  , हैवी डाइट लेकर ही वैक्सीन लगवाना चाहिए 
हो सके तो सीट्रिक्स फ्रूट का सेवन कर के जाना चाहिए जैसे ( संतरा , मौसमी , अनानास , नारियल पानी , पपीता , करबूजा आदि ल ) इससे वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स की बिलकुल भी संभावना नहीं रहती और वैक्सीन की कार्य छमता और बड़ जाती है ल 
वैक्सीन लगवाने के बाद पानी ज्यादा पिए 
अल्कोहल शराब का प्रयोग बिलकुल न करे 
यदि कोई दवाई चल रहा हो तो उसे कुछ दिन के लिए बंद रखे और डॉक्टर्स से सलाह ले l


कोरोना वायरस से बचने और जल्दी ठीक करने के उपाय

कोरोना वायरस एक ऐसी महामारी है जोकि एक मनुस्य से दूसरे मनुस्य में फैलता है इस वायरस ने सभी जन जीवन को ख़राब कर दिया है इसकी वजय से लॉक डाउन तथा इकोनॉमिक  पर भी बहुत असर पारा है l  पर इससे बचने के कुछ उपाय है जो आपके लिए फ़ायदे के साबित हो सकते हैं.
 1. अपने हाथों को समय-समय पर धोते रहें. समय-समय पर साबुन और पानी से हाथ धोएं. या आप चाहें तो एक अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सैनेटाइज़र को हाथों पर अच्छी तरह लगाएं. इससे अगर आप के हाथ पर वायरस मौजूद हुआ भी तो समाप्त हो जाएगा.
2. अपनी आंखों को छूने से बचें, नाक और मुंह पर भी हाथ लगाने से बचें. हम अपने हाथ से कई सतहों को छूते हैं और इस दौरान संभव है कि हमारे हाथ में वायरस चिपक जाए. अगर हम उसी अवस्था में अपने नाक, मुंह और आंख को छूते हैं तो वायरस के शरीर में प्रवेश की आशंका बढ़ जाती है.
3.सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करेंं लोगों को एक-दूसरे से कम से कम दो मीटर दूर रहने की सलाह दी गई है.
4. मास्क का प्रयोग करेंं हो सके तो N95 मास्क का प्रयोग करे l
5.गर्म पानी , करा  का सेवन करें l
6. ऐसे चीज का ज्यादा सेवन करे जो प्रतिरोधक छमता को बरायें जैसे तुलसी , काली मिर्च , अदरक अदि  l
7.वयाम करें , होल्ड ब्रीथिंग करें होल्ड ब्रीथिंग करने से छाती की छमता बड़े गी और ऑक्सीजन का संचार सही से हो गा l
8.  सीट्रिक्स फ्रूट का ज्यादा प्रयोग करें ( जैसे संतरा , नारियल पानी ,मौसमी अदि ) इससे प्रतिरोधक छमता बड़े गी l
9. अच्छी  नींद ले l
10.मानसिक तनाव न ले मानसिक रूप से स्वच्छ रहें , खुश रहें l

COVID-19 Vaccine: लगवाएं वैक्सीन से ज्‍यादा होगा फायदा- शोध

!! नमस्कार दोस्तो !!
आज हम वैक्सीन निर्माण और उस्के फायदे के बारे में जानते हैं 
कोवैक्सीन का निर्माण- कोवैक्सीन को भारत बायोटक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के साथ मिलकर डेवलप किया है. कोवैक्सीन एक इनएक्टिवेटेड वैक्सीन है, जो कि वायरस को निष्क्रिय करके बनाई गई है.



कोविशील्ड का निर्माण- कोविशील्ड चिम्पैंजी एडेनोवायरस वेक्टर पर आधारित वैक्सीन है. इसमें चिम्पैंजी को संक्रमित करने वाले वायरस को आनुवांशिक तौर पर संशोधित किया गया है ताकि ये इंसानों में ना फैल सके. इस संशोधित वायरस में एक हिस्सा कोरोना वायरस का है जिसे स्पाइक प्रोटीन कहा जाता है. ये वैक्सीन शरीर में इम्यून रिस्पॉन्स बनाती है जो स्पाइक प्रोटीन पर काम करता है. ये वैक्सीन एंटीबॉडी और मेमोरी सेल्स बनाती है जिससे के वायरस को पहचानने में मदद मिलती है.

कोवैक्सीन के फायदे- अब दुनियाभर के एक्सपर्ट ने इस वैक्सीन की कार्य क्षमता की प्रशंसा की है. व्हाइट हाउस के मेडिकल एडवाइज एंथॉनी फाउची ने खुद एक हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कोवैक्सीन B.1.617 वेरिएंट यानी भारत के डबल म्यूटेंट वेरिएंट को बेअसर करने में कारगर है

कोविशील्ड के फायदे- कोवैक्सीन और कोविशील्ड एक दूसरे से एकदम अलग हैं. ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा डेवलप कोविशील्ड के इस वैक्सीन को कई और भी देशों में इस्तेमाल किया जा रहा है. वैज्ञानिकों का दावा है कि ये वैक्सीन कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी जेनरेट करने का काम करती है. 


कोवैक्सीन का प्रभाव- कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों ही वैक्सीन का प्रभाव काफी अच्छा बताया गया है. ये दोनों ही WHO के स्टैंडर्ड को मैच करती हैं. कोवैक्सीन ने अपना बड़ा ट्रायल इस साल फरवरी के अंत में पूरा किया था. क्लीनिकल स्टडीज के मुताबिक, भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का एफिकेसी रेट 78 % है. स्टडी के मुताबिक, कोवैक्सीन घातक इंफेक्शन और मृत्यु दर के जोखिम को 100 फीसद तक कम कर सकती है.

कोविशील्ड का प्रभाव- वहीं, कोविशील्ड का एफिकेसी रेट 70 प्रतिशत है, जिसे तकरीबन एक महीने बाद दूसरी डोज़ के साथ 90 फीसद तक बढ़ाया जा सकता है. ये न सिर्फ सिम्पटोमैटिक इंफेक्शन में राहत दे सकती है, बल्कि तेजी से रिकवरी भी कर सकती है.

वैक्सीन के बारे में कोई भी सवाला हो तो कमेंट करेे i




एक वायरस ऐसा भी !!


!! नमस्कार दोस्तों !!
भारत में कोरोना वायरस का एक और वैरिएंट आया सामने, जिससे  पांच दिन में ही कम करने लगता है वजन
वैज्ञानिकों के अनुसार , ये वैरिएंट ज्यादा गंभीर और एंटीबॉडी को लगतार कम करने लगता है अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा के बाद भारत में एक और नए कोरोना वैरिएंट मिला है जो  पांच दिन में ही मरीज का वजन कम कर सकता है। वायरस का यह वैरिएंट ब्राजील में सबसे पहले मिला था लेकिन वहां से एक ही वैरिएंट के भारत में आने की पुष्टि की गई थी। अब वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि ब्राजील से एक नहीं बल्कि दो वैरिएंट भारत में आए हैं और ये दूसरा वैरिएंट बी .1.1.28.2 काफी तेज है यह वैरिएंट तेजी से शरीर का वजन कम कर सकता है और डेल्टा की तरह ये भी ज्यादा गंभीर और एंटीबॉडी क्षमता कम कर सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना वायरस के ज्यादातर परीक्षण सीरियाई हैमस्टर पर हो रहे हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर बी.1.1.28.2 से जुड़े मामले बढ़ते हैं तो इसका असर इंसानों पर काफी गंभीर हो सकता है